राजकीय रेलवे पुलिस, 5 वीं मंजिल, इंदिरा भवन, अशोक मार्ग, लखनऊ पर स्थित है
फैक्स : 0522 - 2287241, फ़ोन : 0522 - 2287241 / 2287242
सीयूजी फोन. 09440402544
ईमेल : grphq@up.nic.in, adggrp@up.nic.in
प्रशासनिक तथ्य :
- राजकीय रेलवे पुलिस सामान्य पुलिस बल की एक पृथक शाखा है और यह 1861 के अधिनियम 5 के तहत नामांकित है।
- राजकीय रेलवे पुलिस के पास 65 पुलिस थाने और 43 चौकियाँ हैं
- लिपिकीय संवर्ग समेत लगभग 6 हजार कर्मचारी हैं
- झाँसी में एक प्रशिक्षण केंद्र है।
- उत्तर प्रदेश में 922 रेलवे स्टेशन, 9227 किमी रेलवे लाइन को कवर करता है और 780 ट्रेनों में पहरा देता है।
- बल की अगुवाई एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) करता है जिसको दो पुलिस महानिरीक्षक और दो पुलिस उप महानिरीक्षक सहायता देते हैं।
इसमें पुलिस अधीक्षक के अगुवाई वाले 6 अनुभाग हैं :
पुलिस महानिरीक्षक रेलवे, लखनऊ |
फोन: ( 0522) 2287083 |
पुलिस महानिरीक्षक रेलवे, इलाहाबाद |
फोन : ( 0532) 2624439 |
पुलिस उप महानिरीक्षक रेलवे, लखनऊ |
फोन : ( 0522) 2287255 |
पुलिस उप महानिरीक्षक रेलवे, इलाहाबाद |
फोन: ( 0532) 2624543 |
पुलिस अधीक्षक रेलवे, मुरादाबाद – फोन |
फोन : ( 0591) 2430098 |
पुलिस अधीक्षक रेलवे, गोरखपुर |
फोन : ( 0551) 2333046 |
पुलिस अधीक्षक रेलवे, लखनऊ |
फोन : ( 0522) 2451102 |
पुलिस अधीक्षक रेलवे, झाँसी |
फोन : ( 0510) 2332024 |
पुलिस अधीक्षक रेलवे, आगरा |
फोन : ( 0562) 2462923 |
पुलिस अधीक्षक रेलवे, इलाहाबाद |
फोन : ( 0532) 2624128 |
संगठनात्मक ढांचा
नियुक्तियाँ :
केवल लिपिक संवर्गीय / वर्ग 4 कैडर की सीधी भर्ती होती है। अन्य सभी उत्तर प्रदेश पुलिस के हिस्से हैं।
कार्य :
- रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में विधि एवं व्यवस्था बरकरार रखना।
- स्टेशन परिसर में वाहनों व अन्य आवागमन को नियंत्रित करना।
- यात्रियों के खिलाफ अपराध को रोकना और सुरागरसानी करना
- रेलवे अधिकारियों और आम यात्रियों को मदद प्रदान करना
- जीआरपी मन्युवल के पैरा 3 में दिये गए अन्य कार्य निष्पादित करना
कैसे संपर्क करें :
- निकटतम पुलिस थाने / चौकी को फोन करें या ड्यूटी पर तैनात अधिकारी से मिलें।
- किसी राजपत्रित अधिकारी से मिलें य उसे फोन करें।
- जीआरपी मुख्यालय, लखनऊ से फोन नंबर 0522 - 1332, 2288103, 2288104, 2288105 और 9919099190 (टोल-फ्री) पर संपर्क करें।
यात्रियों की सुविधा के किए उठाए गए कदम :
- प्रत्येक रेलवे स्टेशन जहां जीआरपी की चौकी या थाना है वहाँ पर पुलिस बूथों की स्थापना।
- यात्रियों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए रेलवे की सहायता से सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है।
- मौके पर मामला दर्ज करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनों में मोबाइल चौकियाँ स्थापित की गईं।
- जहरखुरानी रोकने के लिए टीमें।
- डकैती और लूट की रोकथाम के लिए त्वरित टीमें।
- विस्फोट की रोकथाम के लिए तोडफोड निरोधी पड़ताल।
जीआरपी, यूपी पर संचालन नोट :
उत्तर प्रदेश सरकार के पुलिस अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत सम्पूर्ण रेलवे प्रणाली को 1888 के अधिनियम 3 के तहत बनाया गया। इस संबंध में 1 अप्रैल 1937 को महामहिम के प्रतिनिधि के सचिव द्वारा अधिसूचना संख्या 17-1-बी, जारी की गई। इसमें करीब 9227 किमी का रेलवे ट्रैक, 922 स्टेशन और 21 रेलवे यार्ड शामिल हैं। प्रदेश से करीब 1074 ट्रेनें गुजरती हैं या यहीं से शुरू होती हैं। प्रदेश में करीब 12 लाख यात्री रोजाना यात्रा करते हैं। e state.
भारतीय रेलवे के जोन और उनके डिवीजन जो उत्तर प्रदेश जीआरपी के अधिकार क्षेत्र में पड़ते हैं
क्रम संख्या . |
जजोन का नाम और संबन्धित जीआरपी अनुभाग |
मुख्यालय |
उत्तर प्रदेश में संबन्धित रेलवे डिवीजन |
संबंधित जीआरपी अनुभाग |
1 |
उत्तर रेलवे |
नई दिल्ली |
लखनऊ
मुरादाबाद
दिल्ली
अंबाला
|
लखनऊ
मुरादाबाद
मुरादाबाद
मुरादाबाद
|
2 |
पूर्वोत्तर रेलवे |
गोरखपुर |
लखनऊ
वाराणसी
गोरखपुर
इज्जतनगर (बरेली)
|
लखनऊ
इलाहाबाद
गोरखपुर
मुरादाबाद
|
3 |
पूर्व मध्य रेलवे |
हाजीपुर |
दानापुर
मुगलसराय
|
गोरखपुर
इलाहाबाद
|
4 |
उत्तर मध्य रेलवे |
इलाहाबाद |
इलाहाबाद
झांसी
आगरा
|
इलाहाबाद
झांसी
आगरा
|
5 |
पश्चिम मध्य रेलवे |
जबलपुर |
जबलपुर
|
झांसी
|
रेलवे पुलिस का प्रशासनिक ढांचा
प्रदेश में रेलवे पुलिस महानिदेशक (रेलवे) के प्रशासनिक और क्रियाशील नियंत्रण में है। पुलिस महानिदेशक (रेलवे) को एक एडीजी (रेलवे) दो आईजी, दो डीआईजी और 6 एसएसपी रेलवे सहायता देते हैं।
सहूलियत के लिए रेलवे पुलिस को 6 अनुभागों में बांटा गया है। हर अनुभाग की देखरेख एसपी स्तर का अधिकारी करता है। अनुभागों को भी क्षेत्रों में बांटा गया है और हर क्षेत्र की देखरेख एक डीएसपी करता है। प्रदसेह में कुल 12 क्षेत्र या सर्किल हैं।
प्रदेश में जीआरपी के 65 पुलिस थाने और 43 रिपोर्टिंग चौकियाँ हैं। कुल 15 इंस्पेक्टर, 366 सब इंस्पेक्टर, 581 हेड कान्स्टेबल, 4029 कांस्टेबल और 65 ड्राइवर हैं।
सीमित संसाधनों के होते हुये, रेलवे पुलिस यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। ड्यूटी का निर्वहन करते समय जीआरपी को भी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। रेलवे पुलिस आतंकवादियों के खतरे के प्रति पूरी तरह अवगत है। वीआईपी सुरक्षा और यात्रियों की संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यूपी जीआरपी ने सादे वेश में पुलिस कर्मियों को और त्वरित टीमों को तैनात किया हुआ है।