"रू-ब-रू''
लिंग समानता हेतु पुलिस और जनता के बीच चर्चा
जनता और पुलिस के बीच लिंग समानता जैसे मुद्दे पर चर्चा के लिए “रू-ब-रू” एक प्लेटफॉर्म है। यह महिला सम्मान प्रकोष्ठ के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसके द्वारा, जनता से सीधी बात की जा सकती है और उनकी समस्याओं को सुना जा सकता है, और उन्हें लिंग समानता जैसे मुद्दे पर जागरुक बनाया जा सकता है।
अभी तक “रू-ब-रू” को प्राथमिकी स्तर पर छात्रों (लड़कों और लड़कियों दोनों) के साथ समन्वय कर के कानून द्वारा महिलाओं को सामाजिक न्याय हासिल करने में उनके बतौर सह-भागीदार और सहकर्मी भूमिका को समझाना है। इस कार्यक्रम को इस आधार पर शुरु किया गया है ताकि, उनकी मानसिकता का विकास कराया जाए और जिससे एक बेहतर कल बनाया जा सके।
इस मॉड्यूल के तहत सोशल मीडिया पर चर्चा और अन्य साईबर सुरक्षा के पहलुओं पर भी कार्य किया जाएगा। हम रोजाना साईबर अपराध और उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर कार्य करते हैं।
रू-ब-रू के माध्यम से, और एसटीएफ के कर्मचारियों के माध्यम से और एनजीओ “सुरक्षा” की मदद से हम यह जानने की कोशिश करते हैं कि कैसे सोशल मीडिय का इस्तेमाल किया जा सके, जिससे किसी प्रकार की असुरक्षा न हो। लिंग-आधार शिक्षा के टूल को भी इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे की ऐसे कार्यक्रमों को और भी रोचक और इंटरैक्टिव बनाया जा सके।
अभी तक 27,500 छात्र, विभिन्न संस्थाओं जैसे, लखनऊ विश्वविद्यालय, आईआईएम लखनऊ, एमिटी विश्वविद्यालय, सीएमएस स्कूव, आर्मी पब्लिक स्कूल, केएमएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, हॉर्नर कॉलेज, स्प्रिंग डेल, स्टडी हॉल और अन्य संस्थाओं से रू-ब-रू के इंटरएक्शन कार्यक्रम का हिस्सा बन चुके हैं।